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B.Ed Course Rules Change: देशभर के बीएड कॉलेजों को लेकर NCTE ने जारी की नई गाइडलाइन, सभी कॉलेजों को करना होगा ये जरूरी काम

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B.Ed Course Rules Change: नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने बीएड कॉलेजों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। नई गाइडलाइन के अनुसार अब देश का कोई भी कॉलेज सिर्फ बी.एड कोर्स नहीं चला सकेगा। अब सभी कॉलेजों को बी.एड. कोर्स के साथ-साथ अन्य कोर्सेज भी चलाने होंगे।

एनसीटीई ने नई गाइडलाइन जारी करते हुए कहा है कि जो कॉलेज सिर्फ बीएड कोर्स चलाते हैं, उन्हें अब मल्टीडिसिप्लिनरी डिग्री कॉलेजों में मर्ज कर दिया जाएगा। यानी जो कॉलेज अब तक सिर्फ टीचर ट्रेनिंग कोर्स ही पढ़ा रहे थे, उन्हें छात्रों को दूसरे कोर्स भी पढ़ाने होंगे। माना जा रहा है कि यह कदम देश में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उठाया गया है।

2030 तक की समय सीमा हुई तय

एनसीटीई ने इस निर्णय की जानकारी सभी राज्य को भेज दी है। दरअसल, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत ऐसे सभी कॉलेज जहाँ पर केवल B.Ed की पढ़ाई होती है, उन्हें बहुविषयक कॉलेज के रूप में अपने को तब्दील करना पड़ेगा या फिर किसी बहुविषयक डिग्री कॉलेज के साथ करार करना होगा। करार हो जाने के बाद ये कॉलेज छात्रों को बीए, बीएससी, बीकॉम जैसे कोर्सेस भी ऑफर कर पाएंगे। इसके बाद प्रत्येक कोर्स में 50-50 छात्रों को दाखिला देने की अनुमति दी जाएगी।

NCTE के फैसले से आएगा बड़ा बदलाव

दरअसल, देशभर में करीब 15,000 से ज्यादा बीएड कॉलेज मौजूद हैं, जहाँ पर सिर्फ बीएड की पढ़ाई करवाई जाती है। हालांकि, इनमें से कई कॉलेज को कम एडमिशन होने की वजह से बंद करने तक की नौबत आ गई थी। NCTE के इस निर्णय से इन कॉलेजों को फायदा होगा, और वे बीएड के साथ-साथ दूसरे कोर्स भी पढ़ा सकेंगे। नया कोर्स आने से छात्रों का रुझान इन संस्थानों की तरफ बढ़ेगा। बहुविषयक संस्थान में परिवर्तित होने की वजह से देश में शिक्षण का स्तर तो सुधरेगा ही मगर छात्रों को भी व्यावसायिक और व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त होगा।

एकल बीएड संस्थानों के लिए अच्छी खबर

कई बीएड कॉलेजों ने बुनियादी ढांचे और जमीन की कमी का कारण देते हुए NCTE को इससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं से अवगत कराया था। इसे मद्देनज़र रखते हुए एनसीटीई ने कॉलेजों को 10 किमी के दायरे में आने वाले किसी भी बहुविषयक संस्थान से करार करने का ऑप्शन दिया है। अब कॉलेज अपने क्षेत्र के किसी भी डिग्री कॉलेज के साथ मिलकर बीएड के साथ-साथ अन्य कोर्स भी उपलब्ध करा सकेंगे।

NCTE ने सभी एकल बीएड संस्थानों को बहुविषयक संस्थान में बदलने हेतु साल 2030 तक का समय दिया है।

2023 तक था विकल्प, अब अनिवार्य

आपको बताते चलें कि NCTE ने पहले भी यह दिशा-निर्देश जारी किया था। साल 2023 तक बीएड कॉलेज अपनी मर्जी से किसी भी डिग्री कॉलेज के साथ जुड़कर नए कोर्स शामिल कर सकते थे। कई कॉलेजों ने इसका फायदा भी लिया था। लेकिन, साल 2025 से इसे कड़ाई से लागू कर दिया गया है। अब ऐसे सभी कॉलेज जहाँ केवल B.Ed कोर्स पढ़ाया जाता है उनके लिए बहुविषयक संस्थान के रूप में परिवर्तित होना अनिवार्य कर दिया गया है। अगर कोई बीएड कॉलेज इन गाइडलाइंस का पालन नहीं करता है तो उसकी NCTE की मान्यता रद्द कर दी जाएगी।

इससे छात्रों को होगा फायदा

इन दिशा-निर्देशों के लागू होने से अब इंटरमीडिएट के छात्र सीधे बीएड कोर्स में एडमिशन ले पाएंगे। NCTE ने इसके लिए चार साल का इंटीग्रेटेड प्रोग्राम शुरू किया है, जिसमें छात्र BA-B.Ed, B.Sc-B.Ed और B.Com-B.Ed जैसे कोर्स का चयन कर सकेंगे। इससे देश की शिक्षा प्रणाली मजबूत होगी और युवा जल्दी शिक्षक बन पाएंगे।