ELI Yojana: भारत सरकार की रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (Employment Linked Incentive Scheme) एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य देश के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना और रोजगार दर को बढ़ाना है। यह योजना विशेष रूप से उन युवाओं के लिए बनाई गई है जो पहली बार नौकरी के क्षेत्र में कदम रख रहे हैं। इस योजना को केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2025 को मंजूरी दी थी, और यह 1 अगस्त 2025 से लागू होने वाली है।
इस योजना के तहत, पहली बार नौकरी शुरू करने वाले युवाओं को सरकार की ओर से 15,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, उन कंपनियों को भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी जो नए कर्मचारियों को नौकरी पर रखेंगी। आइए, इस योजना के बारे में सरल और स्पष्ट भाषा में और जानते हैं।
ELI योजना का मकसद क्या है?
रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना का प्रमुख लक्ष्य देश में रोजगार के अवसरों को बढ़ाना और युवाओं को नौकरी शुरू करने के लिए प्रेरित करना है। यह योजना विशेष रूप से विनिर्माण क्षेत्र (मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर) पर केंद्रित है, ताकि इस क्षेत्र में अधिक से अधिक रोजगार सृजित किए जा सकें। साथ ही, यह योजना युवाओं को कुशल कार्यबल के रूप में तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
सरकार का उद्देश्य अगले दो वर्षों में इस योजना के माध्यम से 3.5 करोड़ से अधिक नौकरियां उत्पन्न करना है। इसके लिए सरकार ने 1.07 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। यह योजना न केवल नौकरी शुरू करने वाले युवाओं के लिए, बल्कि कर्मचारियों को नियुक्त करने वाली कंपनियों के लिए भी लाभकारी है।
किन्हें मिलेंगे 15,000 रुपये?
रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना का लाभ उन युवाओं को दिया जाएगा जो पहली बार नौकरी शुरू कर रहे हैं और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में पंजीकृत हैं। हालांकि, इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ खास शर्तों का पालन करना होगा। इस योजना के तहत वे कर्मचारी पात्र होंगे, जिनकी मासिक सैलरी 1 लाख रुपये या उससे कम है। अगर आपकी सैलरी 1 लाख रुपये से ज्यादा है, तो आप इस योजना के दायरे में नहीं आएंगे। साथ ही, यह योजना केवल पहली नौकरी के लिए है। अगर आपने पहले नौकरी की है और आपका PF नहीं कटा, तो भी आप इस योजना का लाभ ले सकते हैं। लेकिन अगर आपने नौकरी छोड़कर दोबारा नई नौकरी शुरू की, तो आपको यह लाभ नहीं मिलेगा।
15,000 रुपये कैसे और कब मिलेंगे?
- पहली किस्त नौकरी के 6 महीने पूरे होने के बाद।
- दूसरी किस्त नौकरी के 12 महीने पूरे होने और वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद।
इस राशि का एक हिस्सा आपके बचत खाते में लॉक रहेगा, जिसे आप बाद में निकाल सकते हैं। यह पैसा आपके आधार से लिंक बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए आएगा। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और आपको सीधे लाभ मिलेगा।
कंपनियों को क्या फायदा?
ELI योजना सिर्फ कर्मचारियों के लिए ही नहीं, बल्कि नौकरी देने वाली कंपनियों के लिए भी फायदेमंद है। सरकार कंपनियों को प्रति कर्मचारी 3,000 रुपये प्रति माह की सब्सिडी देगी। यह राशि उन कर्मचारियों के लिए मिलेगी, जो कम से कम 6 महीने तक नौकरी में रहते हैं। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की कंपनियों को यह लाभ 4 साल तक मिल सकता है। अगर कोई कंपनी 50 नए कर्मचारी नियुक्त करती है, तो उसे हर महीने 1.5 लाख रुपये की मदद मिल सकती है। इससे छोटी और मझोली कंपनियों को भी फायदा होगा।
आवेदन की प्रक्रिया
ELI योजना का लाभ लेने के लिए आपको अलग से कोई फॉर्म भरने की जरूरत नहीं है। आवेदन की प्रक्रिया बहुत आसान है:
- आपके नियोक्ता को EPFO में रजिस्टर होना चाहिए।
- जैसे ही आप नौकरी शुरू करेंगे और आपका PF खाता खुलेगा, आपका डेटा सरकार के पास चला जाएगा।
- 6 महीने तक लगातार पीएफ कटौती होने के बाद पहली किस्त स्वतः आपके बैंक खाते में जमा हो जाएगी।
- दूसरी किस्त 12 महीने पूरे होने और वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम पूरा करने के बाद मिलेगी।
योजना की समय सीमा
ELI योजना 1 अगस्त 2025 से 31 जुलाई 2027 के बीच शुरू होने वाली नौकरियों पर लागू होगी। यदि आप इस अवधि से पहले या बाद में नौकरी शुरू करते हैं, तो आपको इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए, यदि आप जुलाई में नौकरी शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप अगस्त तक प्रतीक्षा करें।
क्यों खास है ELI योजना?
यह योजना युवाओं के लिए एक सुनहरा मौका है। यह न केवल आर्थिक मदद देती है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करती है। खास तौर पर मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल, और निर्माण जैसे सेक्टर में यह योजना बड़ा बदलाव ला सकती है। साथ ही, यह छोटे उद्योगों को बढ़ावा देगी और युवाओं को स्किल डेवलपमेंट में मदद करेगी।
निष्कर्ष
ELI योजना मोदी सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जो युवाओं को नौकरी शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करती है। अगर आपकी सैलरी 1 लाख रुपये से कम है और आप पहली बार नौकरी शुरू कर रहे हैं, तो आपको इस योजना का लाभ जरूर मिलेगा। बस यह सुनिश्चित करें कि आप EPFO में रजिस्टर हों और कम से कम 6 महीने तक नौकरी करें। यह योजना न केवल आपकी जेब को मजबूत करेगी, बल्कि देश में रोजगार के नए रास्ते भी खोलेगी।