PM Kisan 20th Installment: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना देश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए किसी वरदान से कम नही है। इस पीएम किसान योजना के तहत हर साल 6000 रुपये तीन किस्तों में सीधे किसानों के बैंक खाते में आते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के 5 लाख से ज्यादा किसानों के लिए बुरी खबर है। हाल ही में हुई जांच में पता चला है कि ये किसान इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। नतीजा? इनके खाते में 20वीं किस्त के 2,000 रुपये नहीं आएंगे बल्कि पहले मिले पैसे की वसूली भी हो सकती है।
आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है, कौन से किसान प्रभावित हैं और आप कैसे बच सकते हैं।
क्यों नहीं आएंगे 2,000 रुपये?
उत्तर प्रदेश में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत एक सख्त सत्यापन (वेरिफिकेशन) अभियान चलाया गया। इस दौरान 5 लाख से ज्यादा किसानों को अपात्र पाया गया। सबसे बड़ा कारण है कि कई परिवारों में पति और पत्नी दोनों ने इस योजना का लाभ लिया, जबकि नियम कहता है कि एक परिवार से केवल एक व्यक्ति को ही ये राशि मिल सकती है। खासकर प्रतापगढ़ जिले में ऐसे मामले सबसे ज्यादा सामने आए हैं। इसके अलावा, कुछ किसानों ने गलत जानकारी दी, जैसे गलत आधार नंबर, गलत बैंक खाता, या फिर गलत जमीन का ब्योरा।
सरकार अब इन अपात्र किसानों से पहले दी गई राशि वापस लेने की तैयारी में है। अगर कोई किसान शुरू से योजना का लाभ ले रहा है, तो उसे 19 किस्तों यानी 38,000 रुपये तक लौटाने पड़ सकते हैं।
क्या है पीएम किसान सम्मान निधि योजना?
ये योजना 2019 में शुरू हुई थी, जिसका मकसद छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक मदद देना है। इसके तहत हर चार महीने में 2,000 रुपये की किस्त सीधे किसान के बैंक खाते में जाती है। अब तक 19 किस्तें जारी हो चुकी हैं, और 20वीं किस्त अगस्त 2025 में आने की उम्मीद है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आपका नाम लाभार्थी सूची में हो और आपने सभी जरूरी काम पूरे किए हों जैसे ई-केवाईसी और फार्मर रजिस्ट्री।
कौन से किसान हैं अपात्र?
- अगर परिवार के दो लोग (जैसे पति-पत्नी) योजना का लाभ ले रहे हैं।
- आधार, बैंक खाता, या जमीन का गलत ब्योरा देना।
- अगर आप टैक्सपेयर हैं तो 10000 रुपये से ज्यादा पेंशन पाते हैं या सरकारी नौकरी में हैं तो आप इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
नोट- ऐसे किसानों को न सिर्फ 20वीं किस्त से वंचित होना पड़ेगा, बल्कि पहले मिले पैसे भी लौटाने पड़ सकते हैं।
कैसे चेक करें कि आपका नाम लिस्ट में है या नहीं?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपका नाम पीएम किसान लाभार्थी सूची में है या नहीं, तो ये आसान कदम उठाएं:
- सर्वप्रथम pmkisan.gov.in पर जाएं।
- Farmers Corner चुनें वहां ‘Beneficiary List’ पर क्लिक करें।
- जानकारी भरें जैसे अपना राज्य, जिला, तहसील, ब्लॉक, और गांव का नाम डालें।
- ‘Get Report’ पर क्लिक करें, और लिस्ट में अपना नाम चेक करें।
नोट– अगर आपका रजिस्ट्रेशन नंबर भूल गए हैं, तो ‘Know Your Registration Number’ लिंक पर क्लिक करके आधार और मोबाइल नंबर से इसे पा सकते हैं।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना आवेदन कैसे करे?
- सबसे पहले pmkisan.gov.in पर जाएं और ‘New Farmer Registration’ चुनें।
- आधार नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक खाता जानकारी भरें।
- जमीन का ब्योरा और अन्य जरूरी जानकारी अपलोड करें
- फॉर्म जमा करें और रजिस्ट्रेशन नंबर नोट करें।
किसान सम्मान निधि के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए?
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक या खाता डिटेल
- खेत का खसरा-खतौनी (जमीन का रिकॉर्ड)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
कैसे बचें वसूली से
- ई-केवाईसी कराएं: अगर आपने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराई है तो तुरंत नजदीकी सीएससी सेंटर या पीएम किसान पोर्टल पर जाकर करा लें।
- जानकारी अपडेट करें: अपने आधार और बैंक खाते की जानकारी चेक करें और जरूरत हो तो अपडेट करें।
- फार्मर रजिस्ट्री कराएं: उत्तर प्रदेश में फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य है। इसे जनसेवा केंद्र पर जाकर पूरा करें।
- हेल्पलाइन से संपर्क करें: अगर कोई समस्या है तो पीएम किसान हेल्पलाइन 011-23381092 पर कॉल करें या pmkisan-ict@gov.in पर ईमेल करें।
निष्कर्ष
पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए आर्थिक सहारा है लेकिन नियमों का पालन करना जरूरी है। उत्तर प्रदेश के 5 लाख किसानों को अपात्र घोषित किया गया है, जिससे उनकी 20वीं किस्त रुक सकती है और वसूली का खतरा मंडरा रहा है।
आप समय रहते अपनी जानकारी अपडेट करें ई-केवाईसी और फार्मर रजिस्ट्री पूरी करें और लाभार्थी सूची में अपना नाम चेक करें। इससे न सिर्फ आपकी किस्त सुरक्षित रहेगी, बल्कि आप वसूली के झंझट से भी बच जाएंगे। अगर आपको कोई शंका है तो तुरंत पीएम किसान पोर्टल या हेल्पलाइन से मदद लें।