क्या आप झारखंड में रहने वाली बेटी की पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद ढूंढ रहे हैं? तो आपके लिए खुशखबरी है झारखंड सरकार की सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना 2025 बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक शानदार पहल है। इस योजना के तहत 8वीं से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों को ₹40000 तक की आर्थिक सहायता दी जाती है जो सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर होती है। यह योजना न सिर्फ पढ़ाई में मदद करती है बल्कि बाल विवाह और स्कूल छोड़ने की समस्या को भी कम करती है।
आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि इसका लाभ कैसे उठाया जा सकता है।
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना क्या है?
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, झारखंड सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जिसे 2019 में शुरू किया गया था। पहले इसे मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना कर दिया गया। इसका मुख्य उद्देश्य बेटियों को पढ़ाई में आर्थिक मदद देना स्कूल ड्रॉपआउट कम करना और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करना है। इस योजना के तहत कक्षा 8वीं से 12वीं तक की छात्राओं को 5 किस्तों में ₹20000 और 18-19 साल की उम्र में एकमुश्त ₹20000 की मदद मिलती है। यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए सीधे खाते में आती है।
योजना के फायदे क्या हैं?
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह बेटियों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करती है। 2024-25 में पलामू जिले में 53950 छात्राओं सहित पूरे झारखंड में 9 लाख से ज्यादा लड़कियां इस योजना से लाभ उठा चुकी हैं। यह योजना स्कूल छोड़ने की दर को कम करने में बहुत कारगर रही है। इसके अलावा यह बेटियों को आत्मनिर्भर बनाती है और उनकी सेहत व व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए भी मदद करती है। 18-19 साल की उम्र में मिलने वाली ₹20,000 की राशि से लड़कियां अपनी पढ़ाई, कोचिंग या अन्य जरूरतें पूरी कर सकती हैं।
कौन ले सकता है सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ झारखंड की उन सभी बेटियों को मिल सकता है जो कक्षा 8वीं से 12वीं में पढ़ रही हैं और बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) श्रेणी में आती हैं। इसके लिए कुछ जरूरी शर्तें हैं। लड़की का झारखंड का स्थायी निवासी होना जरूरी है। माता-पिता सरकारी नौकरी में नहीं होने चाहिए और न ही आयकर दाता होने चाहिए। 18-19 साल की उम्र में अंतिम किस्त के लिए लड़की का नाम मतदाता सूची में होना अनिवार्य है। अनाथ लड़कियों को भी इस योजना में विशेष प्राथमिकता दी जाती है।
इस योजना में कितना पैसा कैसे मिलता है?
योजना के तहत ₹40000 की राशि 6 किस्तों में दी जाती है। कक्षा 8वीं और 9वीं में पढ़ने वाली छात्राओं को हर साल ₹2500 मिलते हैं। कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं में ₹5000 प्रति साल मिलते हैं। इसके बाद, 18-19 साल की उम्र में ₹20000 की एकमुश्त राशि दी जाती है। यह पैसा सीधे बैंक या पोस्ट ऑफिस खाते में जमा होता है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती हैम
आवेदन कैसे करें?
इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करना बहुत आसान है। आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:
- ऑनलाइन पोर्टल पर जाएं: आधिकारिक वेबसाइट savitribaipksy.jharkhand.gov.in पर जाएं।
- रजिस्ट्रेशन करें: आधार या ईमेल से लॉगिन करें या नया प्रोफाइल बनाएं।
- फॉर्म भरें: नाम, पता, कक्षा और आय की जानकारी सही-सही भरें।
- दस्तावेज अपलोड करें: आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, बैंक/पोस्ट ऑफिस पासबुक, माता-पिता का आधार और स्कूल प्रिंसिपल का सत्यापन प्रमाण पत्र अपलोड करें।
- आवेदन जमा करें: फॉर्म चेक करने के बाद सबमिट करें और रसीद संभालकर रखें।
- ऑफलाइन आवेदन: नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल, या बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय से फॉर्म लें और जमा करें।
सावधानियां और टिप्स
आवेदन करने से पहले सुनिश्चित करें कि आपके सभी दस्तावेज (आधार, जन्म प्रमाण पत्र, बैंक खाता) अप-टू-डेट हैं। आवेदन की अंतिम तारीख 30 जून 2025 है, इसलिए समय पर आवेदन करें। अगर आपको कोई दिक्कत हो, तो हेल्पलाइन नंबर 0651-2400757 या 0651-2223544 पर संपर्क करें। आवेदन की स्थिति चेक करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर Track Application Status का इस्तेमाल करें।
योजना का सामाजिक प्रभाव
यह योजना न सिर्फ आर्थिक मदद देती है, बल्कि सामाजिक बदलाव भी ला रही है। बाल विवाह और भ्रूण हत्या जैसी समस्याओं में कमी आई है। स्कूलों में लड़कियों की उपस्थिति बढ़ी है, और वे उच्च शिक्षा की ओर बढ़ रही हैं। यह योजना बेटियों को आत्मनिर्भर बनाकर समाज में उनकी स्थिति को मजबूत कर रही है।
निष्कर्ष
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना 2025, झारखंड की बेटियों के लिए एक बड़ा तोहफा है। ₹40,000 की आर्थिक मदद से लड़कियां अपनी पढ़ाई पूरी कर सकती हैं और अपने सपनों को हकीकत में बदल सकती हैं। अगर आपकी बेटी कक्षा 8वीं से 12वीं में पढ़ रही है, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं। समय पर आवेदन करें, और अपनी बेटी के भविष्य को उज्ज्वल बनाएं।