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UP Take Home Ration New Rule: उत्तर प्रदेश में अब बिना OTP के नहीं मिलेगा टेक होम राशन, जुलाई से लागू होगा नया नियम

UP Take Home Ration New Rule

UP Take Home Ration New Rule: उत्तर प्रदेश सरकार ने टेक-होम राशन वितरण प्रणाली के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली स्त्रियों व 6 माह से 6 साल तक के बच्चों को मिलने वाले पोषक आहार प्राप्त करने संबंधी नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब ऐसी योजनाओं की निगरानी करने वाले पोषण-ट्रैकर में “फेस-रिकग्निशन सिस्टम” (FRS) भी जोड़ दिया गया है। अब टेक-होम योजना के तहत पोषक आहार प्राप्त करने वाले लाभार्थियों के आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, और उनके चेहरे की पहचान का सत्यापन किया जाएगा, इसके बाद ही लाभार्थी को आंगनबाड़ी केंद्र से राशन वितरण हो सकेगा।

क्यों बदले गये टेक-होम राशन वितरण प्रणाली के नियम

सरकार के मुताबिक पोषण-ट्रैकर से एफआरएस जोड़ने का फैसला टेक-होम योजना में अपात्रों को अनुचित लाभ देने से रोकने के उद्देश्य से लिया गया है। गौरतलब है कि सरकार को इस मामले में बड़ी संख्या में अपात्र लोगों को लाभ मिलने की सूचना मिली, जिसके बाद यह कदम उठाया गया।

इसके अलावा, इस तरह से टेक-होम योजना के पात्र लाभार्थियों को इसका लाभ मिलना भी सुगम और सुनिश्चित हो जायेगा। साथ ही, जो आंगनबाड़ी केंद्र लाभार्थियों को पोषक-आहार या राशन का वितरण करने में कोताही बरतते थे, इस नई व्यवस्था से उन पर भी लगाम लगेगी।

कब से लागू होगा टेक-होम राशन वितरण योजना का यह नया नियम

आंगनबाड़ी केंद्रों में टेक-होम राशन वितरण व्यवस्था के तहत ओटीपी व चेहरा सत्यापन करने वाले नये नियम एक जुलाई, 2025 से प्रभावी हो चुके हैं। और इसे उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में लागू है। ‘टेक-होम’ राशन वितरण व्यवस्था के अंतर्गत प्रदेश में करीब 1.18 करोड़ लाभार्थी हैं, जिन पर नियमों में होने वाले इस बदलाव का सीधा असर पड़ेगा।

बता दें कि टेक-होम राशन वितरण प्रणाली की यह योजना 2024 में कानपुर नगर के सरसौल व बिधूनी क्षेत्रों में ‘पायलट-प्रोजेक्ट’ के तौर पर शुरू की गई। कानपुर अब भी इस योजना में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। जबकि बहराइच में टेक-होम योजना का काम सबसे धीमी गति से चल रहा है।

आंगनबाड़ी केंद्र से राशन प्राप्त करने हेतु क्या है नई प्रक्रिया

सरकार द्वारा जारी नई नियमावली के मुताबिक अब टेक-होम योजना के लाभार्थी को आंगनबाड़ी केंद्र से राशन पाने के लिए चेहरे का सत्यापन कराने के साथ ही पंजीकृत मोबाइल नंबर पर मिले वन-टाइम पासवर्ड (OTP) को भी दर्ज कराना होगा, इसके बाद ही उन्हें राशन मिल सकेगा। यह प्रक्रिया दो चरणों में पूरी की जायेगी। जिसमें पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने ‘टैबलेट्स’ आदि से लाभार्थियों की फोटो लेंगी। फिर इससे लाभार्थी के ई-केवाईसी की मिलान की जायेगी। इस तरह चेहरे का सत्यापन होने पर लाभार्थी के आधार से जुड़े रजिस्टर्ड फोन नंबर पर 6 अंकों का ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे लाभार्थी आंगनबाड़ी केंद्र में दर्ज करायेगा। इस तरह ओटीपी व चेहरा सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद लाभार्थी आंगनबाड़ी केंद्र से राशन प्राप्त कर सकेगा।

जिन लाभार्थियों के पास अपनी मोबाइल नहीं है, वे अपने अभिभावक अथवा पति/पत्नी का मोबाइल राशन वितरण योजना में फेस-रिकग्निशन व ओटीपी प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

नये लाभार्थियों को भी जोड़ा जाएगा FRS व्यवस्था से

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक आगामी 1 अगस्त 2025 से टेक-होम राशन वितरण प्रणाली के नये लाभार्थियों को भी फेस-रिकग्निशन सिस्टम (FRS) से जोड़ा जाएगा। शासन द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के डीएम को इस योजना के प्रचार-प्रसार और जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें ब्लॉक व पंचायत स्तर पर पंजीकरण-कैंप लगाकर लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी देनी होगी। इसकी मासिक स्तर पर निगरानी भी की जायेगी।